Thursday, 4 July 2013

सत्‍ता का नशा, नशेडी की दवा

सता और नशा एक दूसरे के पूरक होते है, वो ऐसे सता भी नशा पैदा करती है और  नशा तो नशा पैदा करता ही है, लेकिन सत्‍ता का नशा इस नशे से भी ज्‍यादा हानिकारक होता है, वो ऐसे जब कोई नसेडी नशा करके उसका  मजा लेता है, वैसे ही नेता सता  को  धारण करके उसका मजा लेता है और वो उस नशेडी के नशे से भी ज्‍यादा घातक  साबित होता है, वो ऐसे नशेडी नशा करता है तो सिर्फ अपने लिए और जब राजनेता  सता का नशा करता है तो वो  नशा पूरे देश को अपनी जकड् ले-लेता है जो एक खतरनाक दंश साबित होता  है राजनेताओं के लिए भी और सबसे ज्‍यादा खतनाक है इसे देश के आम नागरिकों के लिए जो  नेता को चुनता है और उन पर आंख बंद करके विश्‍वाश्स करता है लेकिन नेता राजसता के नशे को अपनी धरोहर समझ लेता है जिसके कारण वो  अपने घमंड के आधीन हो जाता है और सता को पेशा बना उसके सिरहाने बैठ जाता है  लेकिन राजसत्‍ता का पान करके भी वो संतुष्‍ट नहीं होताा
   सत्‍ता के नशे में लाभ ही लाभ होता है वो ऐसे सत्‍ता का नशा, कमाउ पोत होता है जैसे एक कमाने वाला व्‍यक्ति अपनी कमाई से घर भर देता है वैसे ही कमाउ सत्‍ता राजनेता के दामन के साथ-साथ घर को भी भर देती चाहे वो कमाई आम आदमी के एक-एक पैसे में से चोरी की गई हो ,इसकी उस रातनेता को कोई फिक्र नहीं क्‍योंकि देश को लूट कर,अपना घर भरना इस देश के राजनेताओं का पेशा बन गया है चाहे वो किसी भी वर्ग का व्‍यक्ति हो वो उससे पैसा जरूर छीनेगा  कहीं अप्रत्‍यक्ष रूप से या कहीं प्रत्‍यक्ष रूप से, पैसा तो उसे छीनना ही है 
   क्‍योंकि जनता का पैसा छीने बिना उसे नींद कहां आती है इसके आलावा भी राजनेताओं के कर्म इतने उदाहरणीय है जिनके उपर  हजार पन्‍नों की किताब तक लिखी जा सकती है ा उनमें से कुछ मैं हीं तुम्‍हें बता देता हूं उनका पहला कर्म-
   रोज जनता के बीच जाकर उन्‍हें सबोधित करना कि हमें ही चुनिएगा, हम चाहे कितने भी घोटाले करे चुनना आप हमें ही  
   दूसरी कर्म-
  बडे व्‍यापारीयों से सांठगांठ करके आम आदमी के पेट में रोटी के लिये आग लगाना , उसे मजबूर कर देना कि तू रात को भूखा ही सोयेगा ा यदि‍ तूने कहीं से खाना खाया तो तेरी खैर नहीं 
तीसरा कर्म-
   रोजाना एक नया घोटाला कर , नित नए-नए इतिहासों को रचना, उनसे सबक लेता हुए और नए इतिहास बनाना, 
     
    अब आप खुद ही समझदार है अखबार तू पढृते होगे , रोजाना एक नया इतिहास अखबारों में रोजाना बनाते है और हम लोग उन्‍हें उस इतिहास रचने की बधाईयां भी देते है चाहे गाली देकर देते हू लेकिन हम उन्‍हे बधाई जरूर देते है 
        अब आप खुद ही देखिए ये भारत के विश्‍व प्रख्‍यात नेता है जो नित नए रिकार्ड बनाते 


      वाह रे नेता वाह

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