सत्ता के नशे में लाभ ही लाभ होता है वो ऐसे सत्ता का नशा, कमाउ पोत होता है जैसे एक कमाने वाला व्यक्ति अपनी कमाई से घर भर देता है वैसे ही कमाउ सत्ता राजनेता के दामन के साथ-साथ घर को भी भर देती चाहे वो कमाई आम आदमी के एक-एक पैसे में से चोरी की गई हो ,इसकी उस रातनेता को कोई फिक्र नहीं क्योंकि देश को लूट कर,अपना घर भरना इस देश के राजनेताओं का पेशा बन गया है चाहे वो किसी भी वर्ग का व्यक्ति हो वो उससे पैसा जरूर छीनेगा कहीं अप्रत्यक्ष रूप से या कहीं प्रत्यक्ष रूप से, पैसा तो उसे छीनना ही है
क्योंकि जनता का पैसा छीने बिना उसे नींद कहां आती है इसके आलावा भी राजनेताओं के कर्म इतने उदाहरणीय है जिनके उपर हजार पन्नों की किताब तक लिखी जा सकती है ा उनमें से कुछ मैं हीं तुम्हें बता देता हूं उनका पहला कर्म-
रोज जनता के बीच जाकर उन्हें सबोधित करना कि हमें ही चुनिएगा, हम चाहे कितने भी घोटाले करे चुनना आप हमें ही
दूसरी कर्म-
बडे व्यापारीयों से सांठगांठ करके आम आदमी के पेट में रोटी के लिये आग लगाना , उसे मजबूर कर देना कि तू रात को भूखा ही सोयेगा ा यदि तूने कहीं से खाना खाया तो तेरी खैर नहीं
तीसरा कर्म-
रोजाना एक नया घोटाला कर , नित नए-नए इतिहासों को रचना, उनसे सबक लेता हुए और नए इतिहास बनाना,
अब आप खुद ही समझदार है अखबार तू पढृते होगे , रोजाना एक नया इतिहास अखबारों में रोजाना बनाते है और हम लोग उन्हें उस इतिहास रचने की बधाईयां भी देते है चाहे गाली देकर देते हू लेकिन हम उन्हे बधाई जरूर देते है
अब आप खुद ही देखिए ये भारत के विश्व प्रख्यात नेता है जो
नित नए रिकार्ड बनाते
वाह रे नेता वाह
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